सोमवार, जनवरी 3

साधो देखो रे जग बौराना रे साधो

साधो देखो रे जग बौराना रे साधो ।
देखो रे जग बौराना ॥
साची कहो तो मारन लागे,
झूठी कहो पतियाना
हिंदू कहत है राम हमारा,
मुस्लमान रहमाना
आपस में दोऊ लडै मरत हैं
मरम न कोई जाना ॥
घर घर मंतर देत फिरत हैं,
माया के अभिमाना
पीपर पत्थर पूजन लागे,
तीरथ गए भुलाना ॥
देखो रे जग बौराना....
माला फेरे टोपी पहिरे,
छाप तिलक अनुमाना
कहे कबीर सुनो भाई साधो,
ये सब भरम भुलाना ॥
देखो रे जग बौराना............
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