सोमवार, जनवरी 3

भूख

भूख की कविता

भूख पर नहीं लिखी जा सकती कोई सुंदर सी कविता
दरअसल बेहद डरावना है भूख का चेहरा 
हम में से कई लोग भूखे रहते हैं कई बार 
इसलिए की सुधर सखे सेहत 
लेकिन
जिन लोगों की सेहत
बिलबिलाती भूख से नहीं रहती दुरुस्त
 सोचिये जारा एक पल, कितना भयानक होता है
भूख का चेहरा 

...........ये कविता मैंने "भूख का मानचित्र" नमक किताब से ली है

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें