बचपन के रंग में हम अपनी बातों, अपनी कोशिश और अपने विचारों को रख कर आप तक पहुँचाना चाहते है.
बुधवार, अगस्त 14
कि हर कोई आज़ाद है …
कल हर जगह झण्डे फहराये जायेंगे कल हर जगह लड्डू बाँटें जायेंगे कल हर कोई किसी न किसी को बधाई दे रहा होगा कल हर कोई एक झूठ को जी रहा होगा कि हर कोई आज़ाद है.… कि हर कोई आज़ाद है …
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