बचपन के रंग में हम अपनी बातों, अपनी कोशिश और अपने विचारों को रख कर आप तक पहुँचाना चाहते है.
शुक्रवार, अगस्त 31
मेरे चित्र
एक बच्ची ने एक बुजुर्ग को रस्ते पर लोगों से कुछ मांगते हुए देखा और वह उसको रोज देखती थी . एक दिन उस बच्ची ने अपने कला करने के समय में उस बुजुर्ग का चित्र बनाने की कोशिश की।
आपका चित्र पसंद आया ........
जवाब देंहटाएंक्या हे यह गूगल-प्लस हैंगआउट....
बहुत ही बढ़िया...
जवाब देंहटाएंकलाकार ने जो अपना परिचय दिया है, वह रोचक है |
मेरा ब्लॉग आपके इंतजार में,समय मिलें तो बस एक झलक-"मन के कोने से..."
आभार..|