दो व्यक्ति एक नाव पर सवार थे. उनमें से एक अचानक नाव पर पड़ी खुदाल लेकर नाव में छेद करने लगा. दुसरे ने उसे टोका - " अरे यह क्या कर रहे हो ? ". नाव खोद रहे व्यक्ति ने गुस्से से कहा - " अपनी साइड में छेद कर रहा हु, तुमसे क्या मतलब ".
ये कहानी मैंने दानिक जागरण में पढ़ी थी....
आगे क्या हुआ..यह भी तो बताएं. वैसे 'पाखी की दुनिया' में आप भी जलेबी खाने आइयेगा.
जवाब देंहटाएं:) नैय्या तो दोनों की डूबेगी...
जवाब देंहटाएंसुन्दर रही लघुकथा!
जवाब देंहटाएंअपना-पराया ही सारी समस्याओं की जड़ है!
Prerak katha hai... Main aksar iska udaharan deta hoon, jab log kehte hain apna kaam karo dusre se tumhe kya matlab...
जवाब देंहटाएंअरे वो तो बड़ा ही बुद्धू निकला...कोई बात नहीं जब डूब जायेगा तब पता चलेगा...:-)
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