मंगलवार, अक्तूबर 18

सही जवाब न तो मेरे दोस्त के पास था और न ही मेरे पास..............

आज मै कानपुर के एक चौराहे से गुजर रहा था, तभी अचानक मैंने देखा एक आदमी जो शायद दिमाकी रूप से कुछ सोचने समझने में आसमर्थ था, वो सड़क से नीचे उतरा और एक गंदे नाले, जिसमे बस्ती का गन्दा पानी आता था उसके बीच में में खड़ा हो गया. मै सोचने लगा की ये करने क्या जा रहा है. तभी मैंने देखा की उसने दोनों हाथ को जोड़ कर उसमे पानी लिया और पीने लगा. मै यह सब देख रहा था और शायद कुछ सोच रहा था. तभी मेरे साथ जो मेरे दोस्त थे कहने लगे " बेचारा पागल है इसलिए गन्दा पानी पी रहा है". मैंने उनसे कहा शायद उसको कही पीने लायक पानी नहीं मिला, या फिर उसे कही पिने लायक पानी मिला तो उसे किसी ने पानी पीने न दिया हो.............

पर इसका सही जवाब न तो मेरे दोस्त के पास था और न ही मेरे पास............................

2 टिप्‍पणियां:

  1. मुझे ऐसा लगता है कि आपने खुद एक सवाल पूछा और खुद ही उसका जवाब भी दे दिया। आपने जो तीन कारण दिये,उसमें से समभवता मुझे दो कारण उचित लगे। या तो वो इंसान पागल रहा होगा, या फिर उसे पीने लायक पानी मिला ज़रूर होगा, मगर उसे किसी ने पीने नहीं दिया होगा। क्यूंकि पीने लायक पानी ही न मिला हो, इस की संभवना मेरे विचार से लगभग ना के बराबर है।

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  2. वो नि:संदेह मानसिक अस्वस्थता का शिकार रहा होगा , लेकिन जो भी आपने देखा बताया , हृ्दयविदारक लगा ।

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