पत्थर घाट घुमाने के बाद हम सभी लोग ने भोजन किया. भोजन करने के बाद बाद हम सभी ने यहाँ कुछ खेलकूद किया और गंगा नदी का मज़ा लिया. फिर हम लोग यहाँ से लौट के अपनी गाडी में बैठ गए और नानाराव पार्क के लिए निकल पड़े, करीब 10 मिनट के बाद हम लोग नानाराव पार्क पहुँच गए. फिर हम लोग अंदर जाने का टिकट लिया जो की 5 रुपये का था, हम लोगो ने पूरे पार्क में घुमे और बच्चों ने पार्क में कुछ कविता सुने, के.यम.भाई ने नानाराव, बाजीराव पेसवा, रानी लक्ष्मी बाई के बारे में बच्चों को बताया.
कुछ तस्वीरें ...
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BAHUT SUNDAR.
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ब्लॉdग समीक्षा की 13वीं कड़ी।
भारत का गौरवशाली अंतरिक्ष कार्यक्रम!